व्योम, व्याकरण, व्यथा हमारी देह,धरा, दर्पण बदले जीवन पृष्ठों पर अर्थो के कैसे भा व्योम, व्याकरण, व्यथा हमारी देह,धरा, दर्पण बदले जीवन पृष्ठों पर अर्थो के...
होली का दिवस है आया चारों और उल्लास है छाया सब लोगों का दिल हर्षाया। होली का दिवस है आया चारों और उल्लास है छाया सब लोगों का दिल हर्षाया।
विश्वास मुझे है इस धरती पर विश्वास मुझे है इस धरती पर
देख कर परिंदे के नन्हे पर सैय्याद सकपका गया देख कर परिंदे के नन्हे पर सैय्याद सकपका गया
इस मिट्टी का तिलक लगाकर गोद में इसकी सोना है ।। इस मिट्टी का तिलक लगाकर गोद में इसकी सोना है ।।
जीवन के हर मोड़ पर मिले हैं दोस्त नए, फिर भी पुराने वाले दिल के पास होते हैं। जीवन के हर मोड़ पर मिले हैं दोस्त नए, फिर भी पुराने वाले दिल के पास होते हैं।